सूरह अल-अस्र | Surah Al-Asr in Hindi

अस्सलामु अलैकुम नाज़रीन, आज हम इस पोस्ट के जरिए क़ुरान की 103वीं सूरह Surah Al-Asr in Hindi, English, Arabic, Urdu और तर्जुमा के साथ सीखेंगे | 

साथ ही साथ Surah wal asr की फज़ीलत भी जानेंगे | 

Surah Al-Asr एक मक्की सूरत है, ये सूरह क़ुरान मजीद के 30वें पारे  मौजूद है, और इसमें 1 रुकू, 3 आयतें, 14 कलिमे और 68 हर्फ़ है | 

सूरह अल-अस्र में अल्लाह ने 4 बहुत ही जरुरी बातों का हुक्म है जो हर एक मुसलमान भाई या बहन को उसपर अमल करना चाहिए ताके हम दुनियाँ और आख़िरत दोनों जगह कामियाब हो सकें | 

तो चलिए अब हम सूरह अल-अस्र में (Surah Al-Asr in Hindi) देखते हैं और आपसे गुज़ारिश है कि इस आर्टिकल को आख़िर तक पढ़ कर अल्लाह के उन चारों हुक्म को जान ले के वो कौन से हैं | 

Surah Al-Asr in Hindi

Surah Al-Asr in Hindi

बिस्मिल्ला-हिर्रहमा-निर्रहीम

वल अस्र

इन्नल इनसाना लफ़ी खुस् र

इल्लल लज़ीना आमानू वा आमिलुस सालीहाती वता वासव बिल हक्क वता वासव बिस सब्र

Surah Al-Asr in Hindi Tarjuma

Surah Al-Asr in Hindi Tarjuma

अल्लाह के नाम से शुरू जो बहुत बड़ा मेहरबान व निहायत रहम वाला है।

ज़माने की कसम है 

के इंसान घाटे में है 

सिवाए उन लोगों के जो ईमान लाए, नेक अमल करते रहें, एक दूसरे को हक़ पर कायम रहने और सबर करने की ताकीद करते रहें | 

Surah Al-Asr in Arabic

Surah Al-Asr in Arabic

بِسۡمِ ٱللهِ ٱلرَّحۡمَـٰنِ ٱلرَّحِيمِ

وَالۡعَصۡرِۙ‏

اِنَّ الۡاِنۡسَانَ لَفِىۡ خُسۡرٍۙ

اِلَّا الَّذِيۡنَ اٰمَنُوۡا وَ عَمِلُوۡا الصّٰلِحٰتِ وَتَوَاصَوۡا بِالۡحَقِّ ۙ وَتَوَاصَوۡا بِالصَّبۡرِ

Surah Al-Asr in Roman English

Surah Al-Asr in Roman English

Bismilla Hiraahma Nir Rahaeem

Wal Asr

Innal-insana lafee khusr

Illal lazeena amanoo wa AAamiloos salihati watawasaw bilhaqqi watawasaw bissabr

Surah Al-Asr in English

Surah Al-Asr in English

In the name of Allah, Most Gracious, Most Merciful.

By the time,

Indeed, mankind is in loss,

Except for those who have believed and done righteous deeds and advised each other to truth and advised each other to patience.

Surah Al-Asr in Urdu

Surah Al-Asr in Urdu

اللہ کے نام سےشروع جو نہایت مہربان ہمیشہ رحم فرمانےوالا ہے

عصر کی قسم

کہ انسان نقصان میں ہے

مگر وہ لوگ جو ایمان لائے اور نیک عمل کرتے رہے اور آپس میں حق (بات) کی تلقین اور صبر کی تاکید کرتے رہے

सूरह अल-अस्र की फज़ीलत | Surah Al-Asr ki Fazilat

Surah Asr क़ुरान मजीद की बहुत ही छोटी सूरह है, लेकिन इमाम शाफ़ई र.अ. फरमाते हैं की अगर कोई शख्स  सूरह को गौरो तदब्बुर के साथ पढ़ ले तो ये सूरह  उस शख्स के दिन और दुनिया के दुरुस्ती के लिए काफी है | 

Surah wal asr में अल्लाह ने जमाना की कसम खा कर फ़रमाया है कि तमाम इंसान घाटे में हैं सिवाए वो शख्स जो इन चार चीज़ों के पाबंद हो | 

  1. अल्लाह और उसके रसूल पर ईमान लाए | 
  2. नेक अमल करते रहें | 
  3. एक दूसरे को हक़ पर कायम रहने ताकीद करें, और बुरे काम से रोके और अच्छे काम करने दावत दें | 
  4. खुद भी सब्र करें और दूसरों को सब्र करने की ताकीद करें | 

आख़िरी बात 

मुझे उम्मीद है कि आप Surah Al-Asr in Hindi, English, Arabic, Urdu और तर्जुमा के साथ सिख चुके होंगे साथ ही साथ इस सूरह की फज़ीलत भी जान चुके होंगे | 

और अल्लाह के चारों हुक्मों को भी अच्छी तरह जान चुके होंगे, इसीलिए हमें अपने ज़िन्दगी में इन चारों चीज़ों का ध्यान रखना चाहिए ताके हम दुनिया और आख़िरत दोनों में कामियाब हो जाए | 

इसी तरह और भी सूरह जैसे सूरह माउन या और भी सूरह या इस्लामिक दुआ जानने के लिए आप हमारे इस वेबसाइट से जुड़े रहें, और इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा शेयर करके सदक़ा ए जारिया हासिल करें | 

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