Allah Ki Tareef Ki Dua in Hindi, English, Arabic & Urdu

अस्सलामु अलैकुम दोस्तों, क्या आप जानते हैं के ua me allah ki tareef kaise kare इसीलिए आज हम इस आर्टिकल में Allah Ki Tareef Ki Dua हिंदी, इंग्लिश, अरबी, उर्दू और तर्जुमा के साथ देखेंगे | 

इस दुआ की बहुत ही बड़ी फज़ीलत है और बिलकुल आसान भी है जिसे आप आसानी से बहुत ही कम वक़्त में याद कर सकते हैं, और जानेंगे की Dua mein allah ki tareef kaise kare

Sahih Muslim 2726a में रिवायत है कि हज़रत जुवैरिया رضی اللہ عنہا बयान करती हैं कि रसूल अल्लाह (ﷺ) सुबह के वक़्त (उनके अपार्टमेंट) से बहार तसरीफ लाए जब वो अपनी इबादत गाह में फज्र की नमाज़ पढ़ने में मसरूफ थीं | आप (ﷺ) दोपहर के वक़्त वापस आए और वो अभी तक वहीं बैठी थीं | आप (ﷺ) ने उनसे फरमाया:

जब से मैंने तुम्हें छोड़ा है तुम उसी सीट पर हो। वो कहने लगीं: हाँ, तो आप (ﷺ) ने फ़रमाया:

मैंने आपको छोड़ कर जाने के बाद तीन मरतबा चार कलिमात पढ़े और अगर आपके सुबह से पढ़े हुए कलिमात को तौला जाए तो ये कलिमात उनसे ज्यादा हो जाएंगे|

तो चलिए अब हम आप (ﷺ) के बताए हुए Allah ki tarif के कलिमात को देखते हैं |

Allah Ki Tareef Ki Dua in Arabic

سُبْحَانَ اللَّهِ وَبِحَمْدِهِ ، عَدَدَ خَلْقِهِ ، وَرِضَا نَفْسِهِ ، وَزِنَةَ عَرْشِهِ وَمِدَادَ كَلِمَاتِهِ

Allah Ki Tareef Ki Dua in Hindi

सुब्हान-अल्लाही वा बिहमदिही, ‘अदादा ख़ल्किही, वा रिदा नफ़सिही, वा ज़िनता अर्शिही वा मिदाद कलिमतिही

तर्जुमा:- मै अल्लाह की पाकी बयान करता हूँ उसकी तारीफ के साथ इतनी मर्तबा जितनी उसकी मखलूक़ की तादाद है और इतनी तसबीह/हम्द जिससे वो राज़ी हो जाए और उसके अर्श के वजन के मुताबिक और उसके कलिमात को लिखने में जितनी श्याही की दरकार है | 

Allah Ki Tareef Ki Dua in English

Subhan-Allahi wa bihamdihi, `adada khalqihi, wa rida nafsihi, wa zinata `arshihi wa midada kalimatihi

Translation:- Allah is free from imperfection and I begin with His praise, as many times as the number of His creatures, in accordance with His Good Pleasure, equal to the weight of His Throne and equal to the ink that may be used in recording the words (for His Praise).

Allah Ki Tareef Ki Dua in Urdu

میں اللہ کی حمد کے ساتھ اس کی مخلوقات کی تعداد جتنی بار تعارف بیان کرتا ہوں اور اس کی اتنی تعریف کرتا ہوں کہ وہ راضی ہوجاۓ اور اس کے عرش کے وزن کے مطابق اور اس کے کلام کو لکھنے کے لیے جتنی سیاہی کی ضرورت ہوتی ہے۔

आख़िरी बात 

मुझे उम्मीद है कि आप Allah Ki Tareef Ki Dua याद कर चुके होंगे और आपको ये दुआ पसंद भी आई होगी, और आप ये भी देख चुके हैं के ये दुआ बहुत ही वजनी दुआ है | 

हमें इस दुआ को आप (ﷺ) के बताए हुए तरीके के मुताबिक 3 मरतबा पढ़ना चाहिए|

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और आखिर में आपसे गुज़ारिश है कि इस दुआ को जितना ज्यादा हो सके शेयर जरूर करें और सदक़ा ए जारिया हासिल करें|

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