अत्तहियात हिंदी में | Attahiyat in Hindi

आज हम अत्तहियात या तशह्हुद हिंदी (attahiyat in hindi), इंग्लिश, अरबी,उर्दू, तर्जुमे के साथ सीखेंगे | 

नमाज़ अत्तहियात/तशह्हुद (Attahiyat/Tashahhud) के बिना अधूरी होती है | इसे हर एक मुसलमान को याद होना बेहद जरुरी है |

अत्तहियात नमाज़ में हम दूसरी और चौथी रकत में दोनों सज़दो से उठ कर बैठ जाने के बाद पढ़ते हैं, उसके बाद दरूदे इब्राहिम पढ़ते है उसके बाद दुआ ए मासुरा पढ़ कर सलाम फेर लेते हैं |

तशह्हुद/अत्तहिय्यात मेराज की रात अल्लाह और अल्लाह के रसूल हज़रत मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) के बीच हुई बेहद खूबसूरत गुफ्तगू है |

 चलिए अब हम अत्तहियात/तशह्हुद (Attahiyat/Tashahhud) की पूरी जानकारी हासिल करते हैं | 

आपसे गुज़ारिश है के इस आर्टिकल (अत्तहियात हिंदी में | Attahiyat in Hindi) को अंत तक जरूर पढ़े इंशाअल्लाह आप आसानी से अत्तहियात/तशह्हुद (Attahiyat/Tashahhud) सिख जाएंगे |

Attahiyat in Hindi 

तो चलिए अब हम अत्तहियात हिंदी में (Attahiyat in Hindi) सीखते हैं | निचे अत्तहियात हिंदी में लिखा हुआ (attahiyat hindi mein likha hua) है | 

attahiyat in hindi

अत्तहिय्यातु लिल्लाहि वस्सलवातु वत्तय्यिबातु अस्सलामु अल-क अय्युहन-नबिय्यु वरमतुल्लाहि व ब-र-कातुह, अस्सलामु अलैना व अला इबादिल्लाहिस सालिहीन, अश्हदु अल्ला इला-ह-इल्लल्लाहु व अश्हदु अन्न मुहम्मदन अब्दुहू व रसूलुह

“अब्दुल्ला रजियल्लाहु अन्हु से रिवायत है कि: “अल्लाह के रसूल हज़रत मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) ने हमें नमाज़ के लिए और अल-हज के लिए तशह्हुद/अत्तहियात  सिखाया। नमाज़ के लिए तशह्हुद है: अत्तहिय्यातु लिल्लाहि वस्सलवातु वत्तय्यिबातु अस्सलामु अल-क अय्युहन-नबिय्यु वरमतुल्लाहि व ब-र-कातुह, अस्सलामु अलैना व अला इबादिल्लाहिस सालिहीन, अश्हदु अल्ला इला-ह-इल्लल्लाहु व अश्हदु अन्न मुहम्मदन अब्दुहू व रसूलुह (तशह्हुद/अत्तहियात के आखिर तक)”

Sunan an-Nasa’i 1164

Attahiyat in Arabic

अब हम अत्तहिय्यात अरबी ( attahiyat dua in arabic) में देखते हैं |

Attahiyat in arabic

التَّحِيَّاتُ لِلَّهِ وَالصَّلَوَاتُ وَالطَّيِّبَاتُ السَّلاَمُ عَلَيْكَ أَيُّهَا النَّبِيُّ وَرَحْمَةُ اللَّهِ وَبَرَكَاتُهُ السَّلاَمُ عَلَيْنَا وَعَلَى عِبَادِ اللَّهِ الصَّالِحِينَ أَشْهَدُ أَنْ لاَ إِلَهَ إِلاَّ اللَّهُ وَأَشْهَدُ أَنَّ مُحَمَّدًا عَبْدُهُ وَرَسُولُهُ

Attahiyat in Roman English

attahiyat in roman english

At-tahiyyatu lillahi was-salawatu wat-taiyibatu. Assalamu Alaika aiyuhan-Nabiyyu warahmatullahi wa-barakatuhu. Assalamu alaina wa-ala ibadillahis salihin. Ashhadu alla ilaha illallahu wa ashhadu anna Muhammadan Abdu hu wa Rasooluhu.

Attahiyat in Urdu

अब हम अत्तहिय्यात उर्दू (attahiyat dua in urdu) में देखते हैं |

Attahiyat in urdu

اے اللہ! تم ہی تمام عبادتوں کے لائق ہو۔ اے نبی! آپ پر اللہ کی رحمتیں اور برکتیں نازل ہوں۔ ہم پر اور اللہ کے نیک بندوں پر سلامتی ہو۔ میں گواہی دیتا ہوں کہ اللہ کے سوا کوئی عبادت کے لائق نہیں اور میں گواہی دیتا ہوں کہ محمد صلی اللہ علیہ وسلم اللہ کے بندے اور رسول ہیں۔

Attahiyat in Hindi Tarjuma

अब हम अत्तहियात/तशह्हुद का हिंदी में तर्जुमा (attahiyat ka tarjuma in hindi) देखते है |

Attahiyat in hindi tarjuma

तमाम इबादतें अल्लाह के लिए है और तमाम नमाजें और अच्छी बातें (भी अल्लाह के लिए है), आप पर सलाम हो ऐ अल्लाह के नबी (सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम) और अल्लाह की रहमतें और उसकी बरकतें नज़िल हों, हम पर (भी) सलाम हो और अल्लाह के सभी नेक बन्दों पर (भी सलाम), मैं गवाही देता हूँ की अल्लाह के सिवा कोई माबूद नही, और गवाही देता हूँ की मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम) उसके बंदे और रसूल हैं

अत्ताहियात पढ़ने का तरीका | Attahiyat Padhne ka Tarika

अब हम जानेंगे की अत्ताहियात या तशह्हुद कैसे पढ़ते हैं (attahiyat kaise padhte hain) और साथ ही साथ इससे मुताल्लिक हदीश भी देखेंगे | 

अत्तहियात नमाज़ में हम दोनों सज़दो से उठ कर बैठ जाने के बाद पढ़ते हैं| 

अगर आप चार रकत नमाज़ पढ़ रहे हो तो दूसरी रकत में अत्तहिय्यात पढ़ कर तीसरी और चौथी रकत मुकम्मल करने के लिए उठ जाए | 

फिर जब आप चौथी रकत का सज़दा मुकम्मल करले उसके बाद बैठ कर अत्तहियात/तशह्हुद पढ़ें, उसके बाद दरूदे इब्राहिम पढ़े उसके बाद दुआ ए मासुरा पढ़ कर सलाम फेर लें |

अत्ताहियात/तशह्हुद (attahiyat/Tashahhud) हदीश

आमीर बिन अब्दुल्ला बिन अज़-ज़ुबैर से उनके पिता से रिवायत है कि: जब अल्लाह के रसूल हज़रत मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) तशह्हुद कहने के लिए बैठे, तो उन्होंने अपना बायां हाथ अपनी बाईं जांघ पर रखा और अपनी तर्जनी से इशारा किया, और उनकी नज़र उस उंगली से आगे नहीं गई जिससे वो इशारा कर रहें थे।

Sunan an-Nasa’i 1275

अत्ताहियत की फ़ज़ीलत | Attahiyat ki Fazilat

रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया के जब नमाज़ी तशह्हुद/अत्तहियात कहता है तो आसमान और ज़मीन के हर नेक बंदे को सलाम पहुँच जाता है ।

FAQs:

अत्ताहियत का अर्थ क्या है?

अत्ताहियात लिलाही अरबी शब्द है जिसका अर्थ प्रणाम या अभिवादन होता है |

नमाज में अत्ताहियत कब पढ़ना है?

नमाज़ में अत्तहिय्यात हम दूसरी रकत और चौथी रकत में सज़दा मुकम्मल करने के बाद पढ़ते हैं | 

नमाज़ में अत्तहिय्यात के बाद क्या पढ़े?

नमाज में अत्ताहियत के बाद दरूदे इब्राहिम फिर उसके बाद दुआ ए मासुरा पढ़े |

आखिरी बात

मै उम्मीद करता हूँ कि आप इस आर्टिकल को पढ़ कर अत्तहियात/तशह्हुद (Attahiyat/Tashahhud) हिन्दी, इंग्लिश, अरबी और तर्जुमा के साथ सिख चुके होंगे |

अगर आप कोई सवाल पूछना चाहते हैं या कोई मशवरह देना चाहते हैं तो आप कमेंट बॉक्स Comment Box मे Comment कर सकते हैं | 

आखिर में आपसे मेरी गुज़ारिश है कि इस अत्तहियात हिंदी में (Attahiyat in Hindi) आर्टिकल को अपने दोस्तों और रिस्तेदारो में जरूर शेयर करें|

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