दुआ ए मासुरा | Dua e Masura

इस वेबसाइट मे आने के लिए शुक्रिया | आज हम इस आर्टिकल में दुआ ए मासुरा (Dua e Masura) को हिन्दी, इंग्लिश, उर्दू, अरबिक और तर्जुमे के साथ सीखेंगे |

आपसे गुज़ारिश है कि इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़े |क्यो की आज हम ये भी सीखेंगे की दुआ ए मासुरा की फ़ज़ीलत क्या है, दुआ ए मासुरा कब पढ़ी जाती है और अगर दुआ ए मासुरा याद ना हो तो क्या पढ़े |

“ अब्दुल्लाह बिन अमर रजि अल्लाहू तआला अनहू रिवायत करते हैं कि एक मर्तबा हज़रत अबू बकर सिद्दीक़‌ रजि अल्लाहू तआला अनहू हमारे हुजूर सल्लल्लाहू तआला अलैहि वसल्लम की खिदमत में हाजिर हुए और फ़रमाया या अल्लाह के रसूल मुझे ऐसी दुआ सिखा दीजिए जो मैं नमाज़ में पढ़ा करूं। फिर नबी करीम सल्लल्लाहू तआला अलैहि वसल्लम ने उन्हें दुआ ए मासूरा सिखा दी। ”

Dua e Masura in Hindi

Dua e Masura in Hindi

अल्लाहुम्मा इन्नी ज़लमतू नफ़्सी ज़ुल्मन कसीरा, वला यग़फिरुज़-ज़ुनूबा इल्ला अंता, फग़फिरली मग़ फि-र-तम मिन ‘इनदिका, वर ‘हमनी इन्नका अन्तल ग़फ़ूरुर रहीम

Dua e Masura in Arabic

Dua e Masura in Arabic

اَللّٰھُمَّ أِنِّیْ ظَلَمْتُ نَفْسِیْ ظُلْمًا کَثِیْرًا وَّلَا یَغْفِرُ الذُّنُوْبَ اِلَّا أَنْتَ  فَاغْفِرْلِیْ مَغْفِرَةً مِّنْ عِنْدِكَوَارْحَمْنِیْ أِنَّكَ أَنْتَ الْغَفُوْرُ الرَّحِیْمَ

Dua e Masura in Roman English

Dua e Masura in Roman English

Allahumma inni zalamtu nafsi, zulman kaseera, wala yaghfiruz-zunooba illa anta faghfirlee maghfiratam-min ‘indika war hamnee innaka antal ghafoorur raheem

Dua e Masura Tarjuma in Hindi

Dua e Masura Tarjuma in Hindi

” ऐ अल्लाह हमने अपनी जान पर बहुत ज़ुल्म किया है

और गुनाहों को तेरे सिवा कोई माफ नहीं कर सकता, 

हमारी मगफिरत फरमा और हम पर रहम कर, 

बेशक तू बड़ा माँफ करने वाला और रहम करने वाला है। “

Dua e Masura English Translation

Dua e Masura Tarjuma English Translation

“O Allah, I have greatly wronged myself, and no one forgives sins but you. So, grant me forgiveness and have mercy on me. Surely, You are Forgiving, Merciful.”

Dua e Masura Kab Padhi Jati hai

दुआ ए मासुरा हम नमाज़ पढ़ने के दौरान जब दूसरी या चौथी रकत मे अत्तहियात पढ़ने के लिए बैठते है उसमे पढ़ते हैं |

सबसे पहले हम अत्तहियात पढ़ते हैं उसके बाद दरूदे इब्राहिमी उसके बाद दुआ ए मासुरा पढ़ते हैं फिर अस्सलामु अलैकुम वरहमतुल्लाह पढ़ कर सलाम फेर लेते हैं |

Dua e Masura ki Fazilat

  • अपने गलतियों का अल्लाह से माफ़ी मांगने के लिए दुआ ए मासुरा पढ़ते है | इस दुआ को खुलूश के साथ पढ़ने पर अल्लाह हमारे सारे गुनाह माफ कर देता है |
  • हमारे बहुत सारे मुसलमान भाई और बहन का मानना है कि दुआ ए मासुरा की तिलावत से उन्हें ताज़गी महसूस होती है | इसलिए आप भी इस दुआ के तिलावत की आदत बना लें | 
  • अगर आपको कोई काम मुकम्मल करने मे मुश्किल का सामना है तो यह दुआ दरूदे इब्राहिमी के बाद और सलाम फेरने से पहले पढ़े | 
  • यह मानना है कि इस दुआ की तिलावत से घर में बरकत आती है और सभी परेशानियों को दूर करती है।
  • कहा जाता है कि अगर आप सेहतमंदी पाना चाहते  हैं, तो नमाज़ें अदा करने से पहले दुआ ए मसुरा की तिलावत किया करें।

Dua e Masura Yaad na ho to kya Padhe | दुआ-ए-मासुरा याद नहीं है तो क्या पढ़े ?

अगर आपको दुआ ए मासुरा याद ना हो तो कोसिस करें के जितना जल्दी हो सके याद करें | 

जब तक याद नहीं होती आप उसकी जगह नमाज़ मे दूसरी दुआ पढ़ सकते हैं जो निचे लिखी है | 

رَبَّنَا آتِنَا فِىْ الدُّنْيَا حَسَنَةً وَفِىْ الآخِرَةِ حَسَنَةً وَّقِنَا عَذَابَ النَّارِ

रब्बना आतेयना फ़िद्दुनिया हसनतउ व फील आख़िरति हसनतउ वक़ीना अजाबन्नार

Rabbana atina fid-dunya hasanatan wa fil ‘akhirati hasanatan waqina ‘adhaban-nar

हिंदी तर्जुमा

ऐ हमारे रब्ब हमें दुनिया में नेकी और आख़िरत में भी नेकी दे और हमें दोज़ख के आग से बचा।

आखिरी बात

मै उम्मीद  हूँ कि आप इस आर्टिकल को पढ़ कर दुआ ए मासुरा (Dua e Masura) सिख चुके होंगे | साथ ही दुआ ए मासुरा की फ़ज़ीलत ( dua e masura ki fazilat) और अगर दुआ ए मासुरा याद ना हो तो क्या पढ़े ( dua e masura yaad na ho to kya padhe ) सिख चुके होंगे|

अगर आप कोई सवाल पूछना चाहते हैं या कोई मशवरह देना चाहते हैं  तो आप कमेंट बॉक्स Comment Box मे Comment कर सकते हैं | 

आखिर में आपसे मेरी गुज़ारिश है कि इस दुआ ए मासुरा आर्टिकल को अपने दोस्तों और रिस्तेदारो में जरूर शेयर करें|

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