Namaz e Janaza Ki Dua | नमाज़े जनाज़ा की दुआ

अस्सलामु अलैकुम दोस्तों अगर आपको Namaz e Janaza Ki Dua | नमाज़े जनाज़ा की दुआ याद नहीं और इस दुआ के तालाश में यहाँ तक पहुंचे हैं तो बिलकुल बेफिक्र हो जाए | 

आज इस पोस्ट में हम बालिग मर्द और औरत की नमाज़े जनाज़ा की दुआ के साथ साथ नाबालिग लड़का और नाबालिग लड़की की नमाज़े जनाज़ा की दुआ भी देखेंगे| 

हमने इस पोस्ट में नमाज़े जनाज़ा की दुआ को हिंदी, इंग्लिश, अरबी, उर्दू और तर्जुमा के साथ लिखा हैं, इंशाअल्लाह आपको इस दुआ को याद करने में किसी तरह की परेशानी नहीं होगी |

आपसे मेरी गुज़ारिश है के इस Janaze ki namaz ki dua पोस्ट को आखिर तक जरूर पढ़े |

Namaz e Janaza Ki Dua For Balig Mard w Aurat

जब भी हम किसी के मौत की खबर सुनते हैं तो सबसे पहले इंतेक़ाल की दुआ पढ़ते हैं|

और जब नमाज़े जनाज़ा में जाते हैं तो पता करले के वह जनाज़ा बालिग मर्द/औरत की है या नाबालिग लड़का/नाबालिग लड़की की है, फिर उसी मुताबिक नमाज़े जनाज़ा की दुआ पढ़ें |

Namaz e Janaza Ki Dua

Namaz e Janaza Ki Dua in Arabic

اللَّهُمَّ اغْفِرْ لِحَيِّنَا وَمَيِّتِنَا وَشَاهِدِنَا وَغَائِبِنَا وَصَغِيرِنَا وَكَبِيرِنَا وَذَكَرِنَا وَأُنْثَانَا اللَّهُمَّ مَنْ أَحْيَيْتَهُ مِنَّا فَأَحْيِهِ عَلَى الإِسْلاَمِ وَمَنْ تَوَفَّيْتَهُ مِنَّا فَتَوَفَّهُ عَلَى الإِيمَانِ

Namaz e Janaza Ki Dua in Hindi | जनाजे की दुआ हिंदी में

अल्लाहुम्मग़ फ़िर लि हय्यिना वमय्यितिना वशाहिदिना वग़ाइबिना व सग़ीरिना व कबीरिना व ज़करि ना वउन्साना। अल्लाहुम्म मन अहययतहू मिन्ना फ़ अहयिही अलल इस्लाम, वमन् तवफ़्फ़ै तहू मिन्ना फ़ तवफ़्फ़हू अलल ईमान

Namaz e Janaza Ki Dua in Roman English

Allaahum-maghfir lihayyinaa, wa mayyitinaa, wa shaahidinaa, wa ghaa’ibinaa, wa sagheerinaa wa kabeerinaa, wa thakarinaa wa ‘unthaanaa. Allaahumma man ‘ahyaytahu minnaa fa’ahyihi ‘alal-‘Islaami, wa man tawaffaytahu minnaa fatawaffahu ‘alal-‘eemaani

Namaz e Janaza Ki Dua in English

“O Allah, forgive our existence and our deceased, those who are present among us and those who are lost, our junior and our aged, our males and females,” O Allah, Keep alive in Islam whoever you keep alive from among us, and whoever You kill, kill him in faith.

Namaz e Janaza Ki Dua in Urdu

 “اے اللہ ہمارے وجود کو اور ہمارے فوت ہونے والوں کو، جو ہم میں موجود ہیں اور جو کھو گئے ہیں، ہمارے چھوٹے اور ہمارے بوڑھے، ہمارے مردوں اور عورتوں کی بخشش فرما، اے اللہ، تو ہم میں سے جس کو بھی زندہ رکھے، اسلام پر زندہ رکھ۔ اور جسے تو قتل کرے اسے ایمان کے ساتھ قتل کر۔

Namaz e Janaza Ki Dua Ka Tarjuma

इलाही! बख़्श दे हमारे हर जि़न्दा को और हमारे हर फ़ौत शुदा को और हमारे हर ह़ाजि़र को और हमारे हर ग़ाइब को और हमारे हर छोटे को और हमारे हर बड़े को और हमारे हर मर्द को और हमारी हर औरत को।

इलाही! तू हम में से जिस को जि़न्दा रखे तो उस को इस्लाम पर जि़न्दा रख और हम में से जिस को मौत दे तो उस को ईमान पर मौत दे।

Namaz e Janaza Ki Dua for Male Child

Namaz e Janaza Ki Dua for male child

اللَّهُمَّ اجْعَلْهُ فَرَطًا وَذُخْرًا لِوَالِدَيْهِ وَشَفِيعًا مُجَابًا ،اللَّهُمَّ ثَقِّلْ بِهِ مَوَازِينَهُمَا ، وَأَعْظِمْ بِهِ أُجُورَهُمَا ، وَأَلْـحِقْـهُ بِصَالِـحِ الْمُؤْمِنِينَ ، وَاجْعَلْهُ فِي كَفَالَةِ إِبْرَاهِيمَ ، وَقِهِ بِرَحْمَتِكَ عَذَابَ الْجَحِيمِ

Gracious God, Make him (this youngster) a beginning of profit and fortune for us, and make him a pleader for us and one whose pleading is recognized.

दयालु अल्लाह, उसे (इस बच्चे को) हमारे लिए लाभ और भाग्य की शुरुआत बनाओ, और उसे हमारे लिए सिफ़ारिश करने वाला बना और एक ऐसा सिफ़ारिश करने वाला बना जिसकी सिफ़ारिश मन्ज़ूर हो जाए।

Namaz e Janaza Ki Dua for Female Child

Namaz e Janaza Ki Dua for female child

اللَّهُمَّ اجْعَلْهَا فَرَطًا وَذُخْرًا لِوَالِدَيْهَا وَشَفِيعَةً مُجَابَةً ،اللَّهُمَّ ثَقِّلْ بِهَا مَوَازِينَهُمَا ، وَأَعْظِمْ بِهَا أُجُورَهُمَا ، وَأَلْـحِقْـهَا بِصَالِـحِ الْمُؤْمِنِينَ ، وَاجْعَلْهَا فِي كَفَالَةِ إِبْرَاهِيمَ ، وَقِهَا بِرَحْمَتِكَ عَذَابَ الْجَحِيمِ

Gracious God, Make her (this youngster) a beginning of profit and fortune for us, and make her a pleader for us and one whose pleading is recognized.

दयालु अल्लाह, उसे (इस बच्चे को) हमारे लिए लाभ और भाग्य की शुरुआत बनाओ, और उसे हमारे लिए सिफ़ारिश करने वाला बना और एक ऐसा सिफ़ारिश करने वाला बना जिसकी सिफ़ारिश मन्ज़ूर हो जाए।

आख़िरी बात

मै उम्मीद करता हूँ के आप Namaz e Janaza Ki Dua | नमाज़े जनाज़ा की दुआ सिख चुके होंगे | 

अगर आपको कब्रिस्तान में दाखिल होने की दुआ या कब्र पर मिट्टी देने की दुआ याद नहीं तो आपको इस दुआ को भी याद कर लेना चाहिए | जिसकी बात हम पहले के पोस्ट में कर चुके हैं |

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