अस्सलामु अलैकुम दोस्तों, क्या आप Namaz Ke Baad Ki Dua जानना चाहते हैं तो बिलकुल सही जगह पर आए हैं क्यूँ की आज हम क़ुरान और हदीश में मौजूद हर नमाज के बाद की दुआ हिंदी, इंग्लिश, अरबी, उर्दू और तर्जुमा के साथ देखेंगे |
साथ ही साथ हम Namaz Qayam karne ki Dua और Farz Namaz Ke Baad Ki Dua भी देखेंगे और ये सब दुआ क़ुरान या हदीश में मौजूद है |
जब हम नमाज़ मुकम्मल करके सलाम फेर लेते है तो सबसे पहले तस्बीह पढ़ते हैं उसके बाद Namaz Ke Baad Ki Dua पढ़ते हैं |
तो चलिए अब हम इन सब सलाम के बाद की दुआओं को देखते हैं और आपसे गुज़ारिश हैं कि इस आर्टिकल को आख़िर तक जरूर पढ़ें इंशाअल्लाह आप इन दुआओं को आसानी से सिख जाएंगे |
Contents
Namaz Qayam Karne ki Dua
दोस्तों, सबसे पहले हम नमाज़ कायम करने की दुआ देखते हैं क्यूँ कि नमाज़ हमारे प्यारे नबी हज़रत मुहम्मद (ﷺ) के आँखों की ठंडक है और अल्लाह ने हम सब पर दिन में 5 वक़्त का नमाज़ फ़र्ज़ किया है |
इसीलिए हमें नमाज़ कज़ा नहीं करना चाहिए और इसके साथ ही हमें Namaz Qayam karne ki Dua भी पढ़ना चाहिए |
رَبِّ اجۡعَلۡنِىۡ مُقِيۡمَ الصَّلٰوةِ وَمِنۡ ذُرِّيَّتِىۡۖ رَبَّنَا وَتَقَبَّلۡ دُعَآءِ
Reference: Surah Ibrahim Ayat 40
रब्बीज अलनी मुक़ीमस सलाती वमिन जुर्रीयति रब्बना वतक़ब्बल दुआ
तर्जुमा:- ऐ परवरदिगार मुझको (ऐसी तौफीक इनायत) कर के नमाज़ पढ़ता रहूँ और मेरी औलाद को भी (ये तौफीक बख़्स) ऐ परवरदिगार मेरी दुआ क़ुबूल कर |
Rabbij alni muqimas salati wamin jurriyati rabbana wtaqabbal dua.
Translation:- My Lord! Make me and those ˹believers˺ of my descendants keep up prayer. Our Lord! Accept my prayers.
اے پروردگار مجھ کو (ایسی توفیق عنایت) کر کہ نماز پڑھتا رہوں اور میری اولاد کو بھی (یہ توفیق بخش) اے پروردگار میری دعا قبول فرما
Farz Namaz Ke Baad Ki Dua
चलिए दोस्तों, सबसे पहले फर्ज़ नमाज़ के बाद की दुआ देखते हैं उसके बाद हर नमाज़ के बाद की दुआ (Namaj ke bad ki dua) देखेंगे |
जब भी हम किसी भी नमाज़ में सलाम फेर लेते हैं तो सबसे पहले निचे लिखी तस्बीह पढ़ते हैं उसके बाद दूसरी दुआ पढ़ते हैं |
एक बार اللّٰهُ أَكْبَر
Reference: Sahih al-Bukhari 842
तीन बार أستغفر الله
Reference: Riyad as-Salihin 1876
ऊपर के दुआ को पढ़ लेने के बाद फर्ज़ नमाज़ के बाद की दुआ या किसी भी नमाज़ के बाद की दुआ पढ़ें |
Farz Namaz Ke Baad Ki Dua in Arabic
اللَّهُمَّ أَنْتَ السَّلاَمُ وَمِنْكَ السَّلاَمُ تَبَارَكْتَ يَا ذَا الْجَلاَلِ وَالإِكْرَامِ
Reference: Sunan Abi Dawud 1512
Farz Namaz Ke Baad Ki Dua in Hindi
अल्लाहुम्मा अंतस्सलाम व मिनकस्लासम तबारकत या ज़लज़लाली वल इकराम
तर्जुमा:- ऐ अल्लाह तू सलामती वाला है, और तेरी तरफ से ही सलामती है, तू बा-बरकत है, ऐ बुजुर्गी और इज्जत वाले।
Farz Namaz Ke Baad Ki Dua in English
Allahumma Antas-Salamu, wa minkas-Salamu, tabarakta ya Dhal-Jalali wal-Ikram.
Translation:- O Allah, You are As-Salam, and from you is As-Salam. You are blessed, O One of Magnificence and Generosity.
Farz Namaz Ke Baad Ki Dua in Urdu
اے اللہ تو ہی سلامتی والا ہے اور سلامتی صرف تیری طرف سے ہے، تو بابرکت ہے، اے بزرگی اور عزت والے۔
Har Namaz ke Baad ki Dua
चलिए अब हम हर नमाज़ के बाद की दुआ देखते हैं और आप इन सभी दुआओं को किसी भी नमाज़ के बाद पढ़ सकते हैं |
पहली दुआ
اللَّهُمَّ أَعِنِّي عَلَى ذِكْرِكَ وَشُكْرِكَ وَحُسْنِ عِبَادَتِكَ
Reference: Sunan an-Nasa’i 1303
अल्लाहुम्म अअिन्नी अला जिकुरि-क वशुकरि-क वहुसनि अिबा दति-क।
तर्जुमा:- ऐ अल्लाह मुझे तेरा ज़िक्र करने, तेरा शुक्र अदा करने और बेहतरीन तरीक़े से तेरी इबादत करने में मदद फरमा|
Allahumma a’inni ala dhikrika, wa shukrika, wa husni ‘ibadatika
Translation:- O Allah, help me remember You, to be grateful to You, and to worship You in an excellent manner.
اے اللہ مجھے تیرا ذکر کرنے، تیرا شکر ادا کرنے اور بہترین طریقے سے تیری عبادت کرنے میں مدد فرما
दूसरी दुआ
لاَ إِلَهَ إِلاَّ اللَّهُ وَحْدَهُ لاَ شَرِيكَ لَهُ لَهُ الْمُلْكُ وَلَهُ الْحَمْدُ وَهُوَ عَلَى كُلِّ شَىْءٍ قَدِيرٌ
Reference : Sunan an-Nasa’i 1343
ला इलाह इल्लल्लाहु वहदहु ला शरीक लहु, लहुल मुल्कु वलहुल हम्दु वहुव अला कुल्लि शैइन क़दीर
तर्जुमा:- अल्लाह के इलावा कोई सच्चा माबूद नहीं वह अकेला है, उसका कोई साथी नहीं, उसी के लिए बादशाहत है, और उस के लिये तमाम तारीफ़ें हैं, और वह हर चीज़ पर क़ुदरत रखता है
La Ilaha Illallah wahdahu la sharika lah, lahul-mulk wa lahul-hamd wa huwa ‘ala kulli shay’in qadi
Translation:- There is none worthy of worship except Allah alone with no partner or associate. He is the Dominion and to Him be all praise, and He is able to do all things.
اللہ کے سوا کوئی سچا معبود نہیں، وہ اکیلا ہے، اس کا کوئی شریک نہیں، اسی کی بادشاہی ہے، اسی کے لیے تمام تعریفیں ہیں، اور وہ ہر چیز پر قادر ہے۔
तीसरी दुआ
لاَ إِلَهَ إِلاَّ اللَّهُ، وَحْدَهُ لاَ شَرِيكَ لَهُ، لَهُ الْمُلْكُ، وَلَهُ الْحَمْدُ، وَهْوَ عَلَى كُلِّ شَىْءٍ قَدِيرٌ، اللَّهُمَّ لاَ مَانِعَ لِمَا أَعْطَيْتَ، وَلاَ مُعْطِيَ لِمَا مَنَعْتَ، وَلاَ يَنْفَعُ ذَا الْجَدِّ مِنْكَ الْجَدُّ
Reference: Sahih al-Bukhari 6330
ला इलाहा इल्लल्लाहु वह्दहू ला शारिका लहु, लहुल मुल्क, वलहूल हम्द, वहुव अला कुल्ली शैइन क़दीर, अल्लाहुम्मा ला मानिअ लिमा अ’ तैत, वला मु’अतिय लिमा मना’त, वला यनफउ जल-जद्दी मिनकाल जद
तर्जुमा:- अल्लाह के सिवा कोई माबूद नहीं वो तन्हा है उसका कोई शरीक नहीं, मुल्क उसी के लिए है और उसी के लिए तमाम तारीफे हैं और वो हर चीज़ पर क़ुदरत रखने वाला है, ऐ अल्लाह ! जो कुछ तूने दिया है उसे कोई रोकने वाला नहीं और जो कुछ तूने रूक दिया उसे कोई देने वाला नहीं और किसी मालदार और नाफावर (को तेरी बारगाह में) उस का माल नफा नहीं पहुँचा सकता|
La ilaha illa-l-lahu wahdahu la sharika lahu; lahu-l-mulk wa lahu-l-hamd, wahuwa ‘ala kulli shai’n qadir. Allahumma la mani’a Lima a taita, wa la mu’ta Lima mana’ta, wa la yanfa’u dhal-jaddu minkal-jadd
اللہ کے سوا کوئی معبود نہیں وہ تنہاء ہے اس کا کوئی شریک نہیں ، ملک اسی کے لئے ہے اور اسی کے لئے تمام تعریفیں ہیں اور وہ ہر چیز پر قدرت رکھنے والا ہے ۔ اے اللہ ! جو کچھ تو نے دیا ہے اسے کوئی روکنے والا نہیں اور جو کچھ تو نے روک دیا اسے کوئی دینے والا نہیں اور کسی مالدار اور نصیبہ ور ( کوتیری بارگاہ میں ) اس کا مال نفع نہیں پہنچا سکتا
चौथी दुआ
لاَ إِلَهَ إِلاَّ اللَّهُ وَحْدَهُ لاَ شَرِيكَ لَهُ لَهُ الْمُلْكُ وَلَهُ الْحَمْدُ وَهُوَ عَلَى كُلِّ شَىْءٍ قَدِيرٌ لاَ إِلَهَ إِلاَّ اللَّهُ وَلاَ نَعْبُدُ إِلاَّ إِيَّاهُ لَهُ النِّعْمَةُ وَلَهُ الْفَضْلُ وَلَهُ الثَّنَاءُ الْحَسَنُ لاَ إِلَهَ إِلاَّ اللَّهُ مُخْلِصِينَ لَهُ الدِّينَ وَلَوْ كَرِهَ الْكَافِرُونَ
Reference: Sunan an-Nasa’i 1340
ला इलाहा इल्लल्लाहु वह्दहू ला शारिका लहु, लहुल मुल्क, वलहूल हम्द, वहुव अला कुल्ली शैइन क़दीर, ला इलाहा इल्लल्लाहु वला ना’बुदू इल्ला इयाहू लहू ने’मतु वलहूल फ़ज़्लु वलहू सनाउल हसन, ला इलाहा इल्लल्लाहू मुख्लिसीन लहुद दिन वलौ करिहल कफ़ीरीन
तर्जुमा:- अल्लाह के सिवा कोई इबादत के लायक नहीं, वो अकेला है, उस का कोई शरीक नहीं, उसी की बादशाहत है और उसी के लिए सब तारीफ है और वो हर चीज़ पर पूरी तरह क़ादिर है, (गुनाह से बचने की) हिम्मत और (नेकी करने की) क़ूवत अल्लाह के सिवा कोई देने देने वाला नहीं, अल्लाह से सिवा कोई माबूद नहीं, हम सिर्फ उसी की इबादत करते हैं, उसी की सारी नेमतें , उसी का फज़ल है और उसी के लिए बेहतरीब तारीफे है, अल्लाह के सिवा कोई माबूद नहीं हम खालिस उसी की इबादत करने वाले हैं अगर चे काफ़िर नापसंद करें |
La Ilaha Illallahu wahdahu la sharika lah, lahul-mulk wa lahul-hamd wa huwa ‘ala kulli shay’in qadir, la hawla wala quwwata illa billahil-‘azim; la ilaha ill-Allahu wa la na’budu illa iyyah, ni’matu wal-fadli wath-thana’il-has an; la ilaha ill-Allah, mukhlisina lahud-dina wa law karihal-kafirun
Translation:- There is none worthy of worship except Allah (SWT) alone, with no partner or associate. His is the Dominion, to Him be all praise, and He is able to do all things; there is no power and no strength except with Allah (SWT) the Almighty. There is none worthy of worship except Allah (SWT), and we worship none but Him, the source of blessing and kindness and the One Who is deserving of all good praise. There is none worthy of worship except Allah (SWT), and we are sincere in faith and devotion to Him even though the disbelievers detest it.
اللہ کے سوا کوئی عبادت کے لائق نہیں، وہ اکیلا ہے، اس کا کوئی شریک نہیں، اسی کی بادشاہی ہے اور اسی کے لیے تمام تعریفیں ہیں اور وہ ہر چیز پر قادر ہے، (گناہ سے بچنے کی) ہمت اور (نیکی پر قادر) رکھنے کی قوت اللہ کے سوا کوئی دینے والا نہیں اللہ کے سوا کوئی معبود نہیں، ہم صرف اسی کی عبادت کرتے ہیں، تمام نعمتیں اسی کی ہیں، فضل اسی کے لیے ہے اور بہترین تعریف اسی کے لیے ہے، اللہ کے سوا کوئی معبود نہیں ہے۔ ہم خالص اسی کی عبادت کرنے والے ہیں اگر چھ کافر ناپسند کرے
Namaz Ke Baad Ki Dua (दरूद शरीफ)
दोस्तों दरूद शरीद भी एक दुआ ही है आप दरूद शरीफ भी नमाज़ के बाद पढ़ सकते हैं, अगर आपको दरूद शरीफ याद नहीं तो लिंक पे क्लिक करके दरूद शरीफ हिंदी, इंग्लिश, अरबी, उर्दू और तर्जुमा से सिख सकते हैं |
Namaz Ke Baad Ki Dua (आयतुल कुर्सी)
इसी तरह हम नमाज़ के बाद आयतुल कुर्सी भी पढ़ सकते हैं अगर आपको ये दुआ भी याद नहीं तो लिंक पर क्लिक करके आयतुल कुर्सी हिंदी, इंग्लिश, अरबी, उर्दू और तर्जुमा से सिख सकते हैं |
आख़िरी बात
मै उम्मीद करता हूँ की आप सभी Namaz Ke Baad Ki Dua सिख चूके होंगे जो बहुत ही बेहतरीन और हदीश से साबित भी है |
यक़ीनन आपको ये सलाम के बाद की दुआ / Namaj ke bad ki dua पसंद भी आई होगी अगर आई है तो कमेंट करके जरूर बताए और अगर कोई कमी नज़र आए तो वो भी जरूर बताए |
आख़िर में आपसे गुज़ारिश है कि और भी इस्लामिक दुआ जानने के लिए इस वेबसाइट से जुड़े रहें और ज्यादा से ज्यादा शेयर करके सदक़ा ए जारिया हासिल करें |
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