अस्सलामु अलैकुम नाज़रीन, आज हम इस पोस्ट के जरिए Surah Fatiha in Hindi, English, Arabic, Urdu & Tarjuma के साथ देखेंगे |
यक़ीनन आप ये अच्छी तरह जानते होंगे की सूरह फातिहा क़ुरान की पहली सूरह है और इसके बहुत बड़ी फज़ीलत है जिसके बारे में हम आज हदीश से जानेंगे |
Surah Fatiha में कुल 7 आयतें है और इसे दोनों मक्की और मदनी सूरह में गिना जाता है, और सूरह फातिहा के बहुत सारे नाम है इसे भी आज हम जानेंगे |
अबू हुरैरा (रजि.) से रिवायत है के रसूल अल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : जब तुम सूरह फातिहा पढ़ो तो बिस्मिल्ला-हिर्रहमा-निर्रहीम पढ़ो, क्युके ये उसकी आयतों में से एक आयत है |
इसीलिए हमें सूरह फातिहा पढ़ने से पहले बिस्मिल्ला-हिर्रहमा-निर्रहीम भी पढ़ना चाहिए, तो चलिए अब हम सूरह फातिहा हिंदी में तर्जुमा के साथ(Surah Fatiha in Hindi) देखते हैं और आपसे गुज़ारिश है की इस आर्टिकल को आखिर तक जरूर पढ़ें |
Contents
Surah Fatiha in Hindi
बिस्मिल्ला-हिर्रहमा-निर्रहीम
- अल्हम्दुलिल्लहि रब्बिल आलमीन
- अर रहमा निर रहीम
- मालिकि यौमिद्दीन
- इय्याक न अबुदु व इय्याका नस्तईन
- इहदिनस् सिरातल मुस्तक़ीम
- सिरातल लज़ीना अन अमता अलय हिम
- गैरिल मग़दूबी अलय हिम् व लद दाालीन (अमीन).
Surah Fatiha in Hindi Tarjuma
शुरू करता हूँ अल्लाह के नाम से जो बहुत बड़ा मेहरबान व निहायत रहम वाला है।
- तमाम तारीफें उस अल्लाह ही के लिये है जो तमाम क़ायनात का मालिक है |
- जो रहमान और रहीम है।
- जो सजा के दिन का मालिक है।
- हम तेरी ही इबादत करते हैं, और तुझ ही से मदद चाहते हैं
- हमें सीधे रास्ते पर चला ।
- उन लोगों का रास्ता जिन पर तूने इनाम फ़रमाया,
- उन लोगों का रास्ता नहीं जिन पर तेरा गजब नाजिल हुआ और ना उन लोगो का जो राहे हक़ से भटके हुए है |
Surah Fatiha in Arabic
بِسۡمِ ٱللهِ ٱلرَّحۡمَـٰنِ ٱلرَّحِيمِ
اَلۡحَمۡدُ لِلّٰهِ رَبِّ الۡعٰلَمِيۡنَۙ﴿۱﴾ الرَّحۡمٰنِ الرَّحِيۡمِۙ﴿۲﴾ مٰلِكِ يَوۡمِ الدِّيۡنِؕ﴿۳﴾ اِيَّاكَ نَعۡبُدُ وَاِيَّاكَ نَسۡتَعِيۡنُؕ﴿۴﴾ اِهۡدِنَا الصِّرَاطَ الۡمُسۡتَقِيۡمَۙ﴿۵﴾ صِرَاطَ الَّذِيۡنَ اَنۡعَمۡتَ عَلَيۡهِمۡ ۙ غَيۡرِ الۡمَغۡضُوۡبِ عَلَيۡهِمۡ وَلَا وَلَا ٱلضَّآلِّينَ
Surah Fatiha in Roman English
Bismilla Hirrahma Nir Raheem
- Alhamdulillahi Rabbil Aalameen
- Arrahmanir Raheem
- Maliki Yaumiddeen
- Iyyaka Na’budu Waiyyakanastain
- Ihdinassiratal Mustaqeem
- Siratallazina Anamta Alaihim
- Ghairil Maghdubi Alaihim Waladdalleen
Surah Fatiha in English
In the Name of Allah—the Most Compassionate, Most Merciful.
- All praise is for Allah—Lord of all worlds,
- the Most Compassionate, Most Merciful,
- Master of the Day of Judgment.
- You ˹alone˺ we worship and You ˹alone˺ we ask for help.
- Guide us along the Straight Path,
- the Path of those You have blessed
- not those You are displeased with, or those who are astray.
Surah Fatiha in Urdu
اللہ کے نام سےشروع جو نہایت مہربان ہمیشہ رحم فرمانےوالا ہے
- سب تعریفیں اللہ ہی کے لئے ہیں جو تمام جہانوں کی پرورش فرمانے والا ہے
- نہایت مہربان بہت رحم فرمانے والا ہے
- روزِ جزا کا مالک ہے
- (اے اللہ!) ہم تیری ہی عبادت کرتے ہیں اور ہم تجھ ہی سے مدد چاہتے ہیں
- ہمیں سیدھا راستہ دکھا
- ان لوگوں کا راستہ جن پر تو نے انعام فرمایا
- ان لوگوں کا نہیں جن پر غضب کیا گیا ہے اور نہ (ہی) گمراہوں کا
Surah Fatiha Ki Fazilat : सूरह फातिहा की फजीलत हदीश के साथ
तो चलिए अब हम सूरह फातिहा (Surah Fatiha in Hindi) पढ़ने के फायदे या फज़ीलत हदीश की रोशनी में देखते हैं |
हदीश अबू बशर की सनद से उसी सनद के साथ मरवी है (इन अल्फ़ाज़ के साथ) के उसने उम्मुल क़ुरआन (सूरह फातिहा) पढ़ी और उसका थूक जमा किया और उस पर लगाया और वो शख्स बिलकुल ठीक हो गया |
Reference : Sahih Muslim 2201b
अबू हुरैरा (रजि.) रिवायत करते हैं के रसूल अल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : क़ुरान की उम (मादा) सात बार दोहराई जाने वाली आयत (अल मथेनि) है और अज़ीम क़ुरान (सूरह अल फातिहा) है |
Reference : Sahih al-Bukhari 4704
जाबिर बिन अब्दुल्लाह (रजि.) बयां करते हैं के रसूल अल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : बेहतरीन ज़िक्र ला इलाहा इल्ललाह है और बेहतरीन दुआ अल्हम्दुलिल्लाह है |
Reference : Jami` at-Tirmidhi 3383
हज़रत इब्न अब्बास (रजि.) से रिवायत है के जिब्राइल अलैहिस सलाम नबी करीम (ﷺ) के पास बैठे थे के अचानक उन्होंने ऊपर से ऐसी आवाज़ सुनी जैसी दरवाजा खुलने की होती है तो उन्होंने अपना सर ऊपर उठाया और कहा : ये एक फरिश्ता आसमान में उतरा है ये आजसे पहले कभी नहीं उतरा, उस फ़रिश्ते ने सलाम किया और आप (ﷺ) से कहा : आपको दो नूर मिलने की खुशखबरी हो जो आप से पहले किसी नबी को नहीं दिए गए : एक सूरह फातिहा और दूसरी सूरह बक़रह की आखरी आयात, आप उन दोनों में से कोई जुमला भी नहीं पढ़ेंगे मगर वो आपको अता कर दिया जाएगा |
Reference : Sahih Muslim 1877
हज़रत उबादा बिन सामित (रजि.) से रिवायत है के रसूल अल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : जिस शख्स ने सूरह फातिहा न पढ़ी उसकी नमाज़ नहीं हुई |
Reference: Sahih al-Bukhari 756
अबू सईद खुदरी (रजि.) से रिवायत है के रसूल अल्लाह (ﷺ) के चंद सहाबा (300 नफर) सफर के लिए रवाना हुए जिसे उन्हें तय करना था राश्ते में उन्होंने अरब के एक कबीला में पराओ किया और चाहा के कबीला वाले उनकी मेहमानी करें लेकिन उन्होंने इंकार किया, फिर कबीला के सरदार को बिच्छू ने काट लिया उसे अच्छा करने की हर तरह की कोशिस उन्होंने कर डाली लेकिन किसी से कुछ फायदा नहीं हुआ, आख़िर उन्ही में से किसी ने कहा के ये लोग जिन्होंने तुम्हारे कबीले में पराओ कर रखा है उनके पास भी चलो, मुमकिन है उनमे से किसी के पास कोई मंतर हो, चुनाँचे वो सहाबा के पास आए और कहा लोगों ! हमारे सरदार को बिच्छू ने काट लिया है हमने हर तरह की बहुत कोशिश इसके लिए कर डाली लेकिन किसी से कोई फायदा नहीं हुआ क्या तुम लोगों में से किसी के पास कोई मंतर है? सहाबा में से एक सहाबा (अबू सईद खुदरी (रजि.)) ने कहा हाँ वल्लाहि मै झड़ना जनता हूँ लेकिन हमने तुमसे कहा था के हमारी मेहमानी करो तो तुमने इंकार कर दिया था इस लिए मै भी उस वक़्त तक नहीं झाड़ूंगा जब तक तुम मेरे लिए इसकी मजदूरी न ठहरा दो, चुनाँचे उन लोगों ने कुछ बकरियों (30) पर मामला कर लिया | अब ये सहाबा रवाना हुए, ये जमीन पर थूकते जाते और अल्हम्दुलिल्लाही रब्बिल आलमीन पढ़ते जाते उसकी बरकत से वो ऐसा हो गया जैसे उसकी रस्सी खुल गई हो वो इस तरह चलने लगा जैसे उसे कोई तकलीफ ही न रही हो | बयान किया के फिर वादा के मुताबिक कबीला वालों ने उन सहाबी की मजदूरी (30 बकरियां ) अदा करदी बाज लोगो ने कहा के उनको तकसीम कर लो लेकिन जिन्होंने झाड़ा था उन्होंने कहा के अभी नहीं, पहले हम रसूल अल्लाह (ﷺ) की खिदमत में हाज़िर हों पूरी हाल आप के सामने बयां करदें फिर देखें रसूल अल्लाह (ﷺ) हमें क्या हुक्म फरमाते हैं | चुनाँचे सब लोग रसूल अल्लाह (ﷺ) की खिदमत में हाज़िर हुए तो आप से उसका ज़िक्र किया आप (ﷺ) ने फ़रमाया के तुम्हें कैसे मालूम हो गया था के सूरह फातिहा (Surah Fatiha in Hindi) से दम किया जा सकता है? तुम ने अच्छा किया जाओ इनको तकसीम कर लो और मेरा भी अपने साथ एक हिस्सा लगाव |
Reference: Sahih al-Bukhari 5749
अबू सईद बिन अल मुअल्ला बयान करते हैं के मै नमाज़ पढ़ रहा था के रसूल अल्लाह (ﷺ) मेरे पास से गुजरे और मुझे बुलाया, लेकिन मै नमाज़ से फारिग होने तक आप (ﷺ) के पास नहीं गया, फिर मैं उनके पास गया तो उन्होंने कहा के तुम्हे मेरे पास आने से किस चीज़ ने रोका? क्या अल्लाह ने ये नहीं कहा:- ऐ ईमान वालों! उसके रसूल की पुकार पर लब्बैक कहो जब वो तुम्हे पुकारे? फिर फ़रमाया : मैं मस्जिद से निकलने से पहले तुम्हे क़ुरान की सबसे बड़ी सूरत बताऊंगा, आप (ﷺ) मस्जिद से निकलने के लिए तैयार हो गए, तो मैंने उन्हें याद दिलाया, आप (ﷺ) ने फ़रमाया : अल्हम्दुलिल्लाही रब्बिल आलमीन यानि सूरह फातिहा सात बार पढ़ी जाने वाली आयत |
Reference: Sahih al-Bukhari 4647
Surah Fatiha Tafseer
Surah Fatiha Ke Naam – सूरह फातिहा के नाम
नाज़रीन, चलिए अब हम सूरह फातिहा (Surah Fatiha in Hindi) के और सभी नामों को देखते हैं |
- फातिहा
- फातिहतुल किताब
- उम्मुल क़ुरआन
- सूरतुल कन्ज़
- काफ़िया
- वाफ़िया
- शाफ़िया
- शिफ़ा
- सबए मसानी
- नूर
- रुकैया
- सूरतुल हम्द
- तअलीमुल मसला
- सूरतुल मनोजात
- सूरतुल तफ़वीद
- सूरतुल सवाल
- उम्मुल किताब
- फातिहातुल कुरान
- सुरतुस सलात
आख़िरी बात
मुझे उम्मीद है कि आप Surah Fatiha in Hindi, English, Arabic, Urdu & Tarjuma के साथ सिख चुके होंगे, और इसके फज़ीलत और इसके सभी नामों को भी जान चुके होंगे |
इसी तरह और भी सूरह या इस्लामिक दुआ या जानकारी हासिल करने के लिए आप हमारे इस वेबसाइट से जुड़े रहें |
आख़िर में आपसे गुज़ारिश है की इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें और सदक़ा ए जारिया हासिल करें |
allrealilam.com एक इस्लामिक वेबसाइट है, जो Md Waliur Rahman द्वारा 2023 में शुरू की गई है, ताकि दुनिया भर के लोगों तक ऑथेंटिक इस्लामिक दुआएं, और जानकारी क़ुरान और हदीश की रौशनी में पहुंचाई जा सके।