अस्सलामु अलैकुम नाज़रीन, क्या आप Istikhara Ki Dua के तलाश में हैं तो बिलकुल बेफिक्र हो जाए क्यूँ की आज हम रसूल अल्लाह(ﷺ) की बताई हुई इस्तिखारा के लिए दुआ हिंदी, इंग्लिश, अरबी, उर्दू और तर्जुमा के साथ देखेंगे|
साथ ही साथ हम हम ये भी जानेंगे की इस्तिखारा का सही तरीका क्या है?
इसे हम किसी भी मामले में अल्लाह से रहनुमाई मांगने के लिए करते हैं और अगर ऐसे में हमें Istekhara ki dua याद हो तो इंशाअल्लाह आपको किसी भी मामले में फैसला करने में परेशानियों का सामना करना नहीं पड़ेगा और अल्लाह आपका राश्ता आसान कर देगा |
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Istikhara Ki Dua
Sahih Al-Bukhari 1166 में जाबिर बिन अब्दुल्लाह(ra) से रिवायत है कि रसूल अल्लाह (ﷺ) हमें अपने तमाम मामलात में इस्तिखारा करने की उसी तरह तालीम देते थें जिस तरह क़ुरान की सूरत सिखाते |
आप (ﷺ) फरमाते की जब कोई अहम मामला तुम्हारे सामने हो तो फर्ज़ नमाज़ के अलावा दो रकत नफ़्ल नमाज़ पढ़ने के बाद ये दुआ पढ़ें |
तो चलिए अब हम बिना किसी देरी के इस दुआ को देखते हैं | इसके बाद Istikhara ka Tarika देखेंगे |
Istikhara Ki Dua in Arabic
اللَّهُمَّ إِنِّي أَسْتَخِيرُكَ بِعِلْمِكَ وَأَسْتَقْدِرُكَ بِقُدْرَتِكَ وَأَسْأَلُكَ مِنْ فَضْلِكَ الْعَظِيمِ فَإِنَّكَ تَقْدِرُ وَلَا أَقْدِرُ وَتَعْلَمُ وَلَا أَعْلَمُ وَأَنْتَ عَلَّامُ الْغُيُوبِ اللَّهُمَّ إِنْ كُنْتَ تَعْلَمُ أَنَّ هَذَا الْأَمْرَ خَيْرٌ لِي فِي دِينِي وَمَعَاشِي وَعَاقِبَةِ أَمْرِي فَاقْدُرْهُ لِي وَيَسِّرْهُ لِي ثُمَّ بَارِكْ لِي فِيهِ وَإِنْ كُنْتَ تَعْلَمُ أَنَّ هَذَا الْأَمْرَ شَرٌّ فِي دِينِي وَمَعَاشِي وَعَاقِبَةِ أَمْرِي فَاصْرِفْهُ عَنِّي وَاصْرِفْنِي عَنْهُ وَاقْدُرْ لِيَ الْخَيْرَ حَيْثُ كَانَ ثُمَّ ارْضِنِي بِهِ
Reference : Sahih al-Bukhari 1166
Istikhara Ki Dua in Hindi
अल्लाहुम म इन्नी अस्तख़ी रू-क बि अिल्म-क व अस्तकि़्दरू-क बि कु़द्रति-क व अस्अलु-क मिन फ़ज़ि्ल-कल अजी़मि फ़ इन-न-क तकि्दरू व ला अकि़्दरू व तअ़लमु व ला अअ्लमु व अन-त अल्लामुल ग़ुयूबि अल्लाहुम-म इन कुन-त तअ्लमु अन-न हाज़ल अम-र खै़रूल्ली फी़ दीनी व मआशी व आक़िबति अम्री फ़क़ि्दरहु ली व यस्सिरहु ली सुम-म बारिक ली फ़ीहि व।
इन कुन-त तअ्लमु अन-न हाज़ल अम-र शर्रूल-ली फ़ी दीनी व मआशी व आक़िबति अमरी फ़स् -रिफ़हु अन्नी वसि्रफ़्नी अन्हु वकि्दर लि-यल खै-र हैसु का-नर सुम अर्जिनी बिही।
Istikhara Ki Dua ka Tarjuma
ऐ अल्लाह, मैं तेरे इल्म के ज़रिए तुझ से भलाई मांगता हूं और तेरी कु़दरत के जरिए तुझसे कु़दरत तलब करता हूं और तेरे बड़े फज़ल का तुमसे सवाल करता हूं, क्योंकि बेशक तुझे कु़दरत है और मुझे कु़दरत नहीं है और तू जानता है, और मैं नहीं जानता और तू गैबों का खूब मानने वाला है।
ऐ अल्लाह, अगर तेरे इल्म में मेरे लिए यह काम तेरी दुनिया और आख़िरत में बेहतर है, तू उसको मेरे लिए मुकद्दर फ़रमा, फिर मेरे लिए उसमें बरकत फ़रमा और अगर तेरे इल्म में मेरे लिए यह काम मेरी दुनिया व आख़िरत में बुरा है, तो उसको मुझ से और मुझको उससे दूर फ़रमा और मेरे लिए भलाई मुकद्दर फ़रमा, जहां कहीं भी हो फिर उस पर मुझे राज़ी फ़रमा।
Istikhara Ki Dua in Roman English
Allaahumma ‘innee ‘astakheeruka bi’ilmika, wa ‘astaqdiruka biqudratika, wa ‘as’aluka min fajhilikal-‘Adheemi, fa’innaka taqdiru wa laa ‘aqdiru, wa ta’lamu, wa laa ‘a’lamu, wa ‘Anta ‘Allaamul-Ghuyoob, Allaahumma ‘in kunta ta’lamu ‘anna haazal-‘amra Khayrun lee fee deenee wa ma’aashee wa ‘aaqibati ‘amree Faqdurhu lee wa yassirhu lee summa baarik lee feehi,
wa ‘in kunta ta’lamu ‘anna haazal-‘amra sharrun lee fee deenee wa ma’aashee wa ‘aaqibati ‘amree, Fasrifhu ‘annee wasrifnee ‘anhu waqdur liyal-khayra haythu kaana thumma ‘ardhinee bihi.
Istikhara Ki Dua in English
O Allah! I seek goodness from Your Knowledge and with Your Power (and Might) I seek strength, and I ask from You Your Great Blessings because You have the Power and I do not have the power. You Know everything and I do not know, and You have knowledge of the unseen. Oh Allah! If in Your Knowledge this action (which I intend to do) is better for my religion and faith, for my life and end [death], for here [in this world] and the hereafter then make it destined for me and make it easy for me and then add blessings in it, for me.
O Allah! In Your Knowledge if this action is bad for me, bad for my religion and faith, for my life and end [death], for here [in this world] and the hereafter then turn it away from me and turn me away from it and whatever is better for me, ordain [destine] that for me and then make me satisfied with it.
Istikhara Ki Dua in Urdu
اے اللہ! بے شک میں تجھ سے تیرے علم کے ساتھ بھلائی طلب کرتا ہوں اور تجھ سے تیری قدرت کے ساتھ طاقت طلب کرتا ہوں اور میں تجھ سے تیرے فضل عظیم کا سوال کرتا ہوں کیونکہ تو قدرت رکھتا ہے اور میں قدرت نہیں رکھتا ، تو جانتا ہے اور میں نہہیں جانتا اور تو غیبوں کو خوب جانتا ہے۔ اے اللہ اگر تو جانتا ہے کہ بے شک یہ کا م (اس کام کا نام لے) میرے لئے میرے دین ، میرے معاش اور میرے انجا م کار کے لحاظ سے بہتر ہے تو اس کا میرے حق میں فیصلہ کر دے اور اسے میرے لئے آسان کر دے ، پھر میرے لئے اس میں برکت ڈال دے اور اگر تو جانتا ہے کہ بے شک یہ کام (اس کام کا نام لے) میرے لئے میرے دین، میرے معاش اور میرے انجام کارکے لحاظ سے برا ہے تو اسے مجھ سے دور کر دے اور مجھے اس سے دور کر دے اور میرے لئے بھلائی کا فیصلہ کر دے جہاں بھی وہ ہو ، پھر مجھے اس پر راضی کر دے ۔
इस्तिखारा का सही तरीका क्या है?
- इस्तिखारा जरूरत पढ़ने पर किसी भी वक़्त किया जा सकता है, इसका कोई खाश वक़्त मुक़र्रर नहीं है |
- हर इख़्तियारी काम में इस्तिखारा किया जा सकता है लेकिन किसी भी फराइज़ में इस्तिखारा नहीं किया जाता क्यूकि फर्ज़ का करना वाज़िब है |
- ये दुआ है जिसे नमाज़ से बहार की जाती है |
आख़िरी बात
नाज़रीन मुझे उम्मीद है की आप Istikhara Ki Dua सिख चुके होंगे और आपको ये दुआ पसंद भी जरूर आई होगी |
जब भी आपको लगे की आप फैसला नहीं कर पा रहें तो इस्तिखारा की नमाज़ पढ़ने के बाद इस दुआ को पढ़ लिया करें, इंशाअल्लाह इससे आपको किसी की मामले में फैसला लेने में आसानी होगी |
इसी तरह अगर आप चाहते हैं की अल्लाह आपको हर काम में कामयाबी दें तो इस दुआ को भी जरूर याद करलें |
आख़िर में आपसे गुज़ारिश है कि और भी इस्लामिक दुआ जानने के लिए हमारे इस वेबसाइट से जुड़े रहें और इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा शेयर करके सदक़ा ए जरिया हासिल करें |
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